जननी तू लालन पालन करती तू देव अविनि की सत्यार्थ साक्षात।। जननी तू लालन पालन करती तू देव अविनि की सत्यार्थ साक्षात।।
तुम छांव सी लगती हो ज़िंदगी की घनी धूप में माँ धरती पर ईश्वर देखे हैं मैंने तेरे स्वर तुम छांव सी लगती हो ज़िंदगी की घनी धूप में माँ धरती पर ईश्वर देखे हैं मैंने ...
माँ जिसने अपना सर्वस्य न्योछावर कर दिया अपने बच्चों पर क्या बच्चे उस सिद्दत से माँ का ख्याल रखते हैं... माँ जिसने अपना सर्वस्य न्योछावर कर दिया अपने बच्चों पर क्या बच्चे उस सिद्दत से म...
जब पहले दफा ओढ़ती है सर पे माँ की साड़ी ! जब पहले दफा ओढ़ती है सर पे माँ की साड़ी !
आज मैं बड़ा हुआ हूँ हजारों रूपया महीने में कमाता हूँ, बेलून मैं बहुत सारा खरीद सकता आज मैं बड़ा हुआ हूँ हजारों रूपया महीने में कमाता हूँ, बेलून मैं बहुत सारा...
बोल तेरे लगाते मरहम, वात्सल्य का रूप अनुपम। माँ ही सत्यम,शिवम्,सुंदरम्। बोल तेरे लगाते मरहम, वात्सल्य का रूप अनुपम। माँ ही सत्यम,शिवम्,सुंदरम्।